जौन एलिया की प्रसिद्ध कविता, jaun elia shayari in hindi, john elia love shayari in hindi,poetry of john aleya,शायरी प्रस्तुत कर रहे है। पाठको को इसको पढ़ने में मजा आएगा. उनकी शायरी पढ़ने से पहले उनके जीवन के बारे में थोड़ा जान लेते हैं
जौन एलिया की जीवनी (Jaun Elia wiki in hindi )
सैयद सिबत-ए-असग़र नकवी, जिसे आमतौर पर जौन एलिया के नाम से जाना जाता है, एक पाकिस्तानी उर्दू कवि, दार्शनिक, जीवनी लेखक और विद्वान थे। उनका जन्म 14 दिसंबर 1931 को हुआ था . वह उर्दू, अरबी, अंग्रेजी, फारसी, संस्कृत और हिब्रू में निपुण थे।
जौन एलिया प्रमुख आधुनिक पाकिस्तानी कवियों में से एक थे , अपने अपरंपरागत तरीकों के लिए लोकप्रिय थे. उन्होंने दर्शन, तर्क, इस्लामी इतिहास, मुस्लिम सूफी परंपरा, मुस्लिम धार्मिक विज्ञान, का ज्ञान प्राप्त किया था
उन्होंने 8 साल की उम्र में कविता लिखना शुरू कर दिया था, लेकिन 60 साल की उम्र में उन्होंने अपना पहला संग्रह शायद प्रकाशित किया।उन्होंने 1970 में लेखक ज़ाहिदा हिना से शादी की और वे 1992 में अलग हो गए। उनका देहांत 8 नवंबर 2002 को हुआ था
Jaun Elia Shayari
Bahut najdik aati jaa rahi ho
Bichadne ka irada kar liya kya
उस गली ने ये सुन के सब्र किया
जाने वाले यहाँ के थे ही नहीं
John Elia Shayri in Hindi
Us ki gali ne ye sun ke sabr kiya
Jaane wale yahan ke the hi nahi
Bina tumhare kabhi nahi aayi
Kya meri neend bhi tumhari hai
जो गुज़ारी न जा सकी हम से
हम ने वो ज़िंदगी गुज़ारी है
Jo gujari naa jaa saki hamse
Hamne wo jindagi gujari hai
Ik ajab haal hai ki ab usko
Yaad karna bhi bewafai hai
jaun elia sharab shayari
उन से वादा तो कर लिया लेकिन
अपनी कम-फ़ुर्सती को भूल गया
हम जी रहे हैं कोई बहाना किए बग़ैर
उस के बग़ैर उस की तमन्ना किए बग़ैर
Unse wada toh kar liya lekin
Apni kam fursati ko bhul gaya
Hum ji rahe hai koi bahana kiye bagair
Us ke bagair us ki tamanna kiye bagair
jaun elia 2 line shayari
ऐ क़ातिलों के शहर बस इतनी ही अर्ज़ है
मैं हूँ न क़त्ल कोई तमाशा किए बग़ैर
Aae kaatilon ke shaher bas itni se arj hai
Mai hu naa katl koi tamasha kiye bagair
Khud ko bhula hu usko bhula hu
Umar bhar ki yahi kamai hai
john elia shayari in hindi
ज़ब्त कर के हँसी को भूल गया
मैं तो उस ज़ख़्म ही को भूल गया
Jabt karke us hansi ko bhul gaya
Mai toh us jakhm hi ko bhul gaya
Meri jaan ab ye surat hai ki mujhse
Teri aadat chudai jaa rahi hai
एक ही तो हवस रही है हमें
अपनी हालत तबाह की जाए
Jabt karke us hansi ko bhul gaya
Mai toh us jakhm hi ko bhul gaya
काम की बात मैं ने की ही नहीं
ये मेरा तौर-ए-ज़िंदगी ही नहीं
Kaam ki baat maine ki hi nahi
Ye mera taur e jindagi hi nahi
Jaun Elia best Shayari
कौन से शौक़ किस हवस का नहीं
दिल मेरी जान तेरे बस का नहीं
Kaun se shauk kis hawas ka nahi
Dil meri jaan tere bas ka nahi
इलाज ये है कि मजबूर कर दिया जाऊँ
वगरना यूँ तो किसी की नहीं सुनी मैंने
Ilaaz ye hai ki majboor kar diya jaaun
Warna yu toh kisi ke nahi suni maine
john elia hindi shayari
कोई नहीं यहां खामोश, कोई पुकारता नहीं
शहर में एक शोर है और कोई सदा नहीं
अब हमारा मकान किस का है
हम तो अपने मकां के थे ही नहीं
hindi shayari in english jon elia
Ye mujhe chain kyu nahi padta
Ek hi shaks tha jahan me kya
Koi nahi yahan khaamosh,koi pukarta nahi
Shahar me ek shor hai aur koi sada nahi
Ab hamara makaan kiska hai
Hum toh apne makaan ke the hi nahi
Hum aandhiyon ke ban me kisi karwan ke the
Jaane kahan se aaye the ,jaane kahan ke the
हम आंधियों के बन में किसी कारवां के थे
जाने कहां से आए थे, जाने कहां के थे
Aur toh hamne kya kiya ab tak
Ye kiya hai ki din gujare hain
जौन एलिया शायरी
कैसे कहें कि तुझ को भी हम से है वास्ता कोई
तू ने तो हम से आज तक कोई गिला नहीं किया
तू मुझे ढूँढ़ मैं तुझे ढूंढ़ूं
कोई हम में से रह गया है कहीं
अब मेरी कोई ज़िंदगी ही नहीं
अब भी तुम मेरी ज़िंदगी हो क्या
Jaun Elia Shayari on love
सब दलीलें तो मुझ को याद रहीं
बहस क्या थी उसी को भूल गया
उन से वादा तो कर लिया लेकिन
अपनी कम-फ़ुर्सती को भूल गया
John Elia sher in hindi
हम जी रहे हैं कोई बहाना किए बग़ैर
उस के बग़ैर उस की तमन्ना किए बग़ैर
ऐ क़ातिलों के शहर बस इतनी ही अर्ज़ है
मैं हूँ न क़त्ल कोई तमाशा किए बग़ैर
इक अजब हाल है कि अब उस को
याद करना भी बेवफ़ाई है
ख़ुद को भूला हूँ उस को भूला हूँ
उम्र भर की यही कमाई है
john elia sad shayari in hindi
उस गली ने ये सुन के सब्र किया
जाने वाले यहाँ के थे ही नहीं
ज़ब्त कर के हँसी को भूल गया
मैं तो उस ज़ख़्म ही को भूल गया
एक ही तो हवस रही है हमें
अपनी हालत तबाह की जाए
काम की बात मैं ने की ही नहीं
ये मेरा तौर-ए-ज़िंदगी ही नहीं
jaun elia 2 line shayari in hindi
कौन से शौक़ किस हवस का नहीं
दिल मेरी जान तेरे बस का नहीं
इलाज ये है कि मजबूर कर दिया जाऊँ
वगरना यूँ तो किसी की नहीं सुनी मैंने
जो गुज़ारी न जा सकी हम से
हम ने वो ज़िंदगी गुज़ारी है
कितनी दिलकश हो तुम कितना दिल-जू हूँ मैं
क्या सितम है कि हम लोग मर जाएँगे
मैं भी बहुत अजीब हूँ इतना अजीब हूँ कि बस
ख़ुद को तबाह कर लिया और मलाल भी नहीं
ये मुझे चैन क्यूँ नहीं पड़ता
एक ही शख़्स था जहान में क्या
ये वार कर गया है पहलू से कौन मुझ पर
था मैं ही दाएँ बाएँ और मैं ही दरमियाँ था
John Elia books in hindi pdf download link
कभी-कभी तो बहुत याद आने लगते हो
कि रूठते हो कभी और मनाने लगते हो
Kabhi kabhi toh bahut yaad aane lagte ho
Ki ruthte ho kabhi aur maanaane lagte ho