गुलजार शायरी,Gulzar Shayari in hindi : उर्दू जगत में आज के समय इतना मशहूर नाम गुलजार साहब के अलावा शायद ही कोई हो. गुलजार साहब की छोटी लाइने ,बड़े-बड़े नजम,कविताएं ,4 लाइनें इस दौर के हर उम्र के लोगों को शायरी करने पर या शायरी पढ़ने पर मजबूर करता है ।
गुलजार ( gulzar wiki in hindi )
गुलजार 1936 में 18 अगस्त को झेलम डिस्ट्रिक्ट पंजाब में पैदा हुए थे । झेलम आज पाकिस्तान में है । गुलजार का बचपन में नाम संपूर्ण सिंह कालरा था जो कि बाद में उन्होंने गुलजार साहब बन गया .अपने मां बाप के चौथे संतान थे और विभाजन के बाद अमृतसर में आकर जीवन चालू किया ।
गुलजार उसके बाद मुंबई गए और वहां पर मैकेनिक का काम चालू किए .जब मकैनिक थे और जीवन मैं जूझ रहे थे तो उनको कवि और कविताओं ने अपनी और खींचा और खाली समय पर कविताएं लिखने लगे ।
फिल्म इंडस्ट्री में उन्होंने विमल राय, ऋषिकेश मुखर्जी और हेमंत कुमार के सहायक के तौर पर काम चालू किया था । 2004 में पद्म भूषण और 2013 में दादा साहेब फाल्के अवार्ड मिला है
वर्ष 2009 में फिल्म स्लम्डाग मिलियनेयर में उनके द्वारा लिखे गीत “जय हो” के लिये उन्हे सर्वश्रेष्ठ गीत का ऑस्कर पुरस्कार मिला है ।
सबसे मशहूर गुलजार की शायरी और गुलजार गजल यहां पर प्रस्तुत की गई है ।
gulzar shayari in hindi
Badal jao waqt ke saath ya waqt badalna sikho,
majbooriyo ko mat koso har haal me chalna sikho
कही किसी रोज़ यु भी होता ,हमारी हालत तुम्हारी होती
जो रात हमने गुजारी मरके ,वो रात तुमने गुजारी होती
gulzar shayari on life in hindi
kahi kisi roj yu bhi hota, hamari haalat tumhari hoti
Jo raat hamne gujari marke,wo raa ttumne gujari hoti
अच्छी किताबें और अच्छे लोग तुरंत समझमें नहीं आते उन्हें पढना पड़ता हैं
acchi kitabei aur acche log turant samajh me nahi aate unhe padhna padta hai
gulgulzar shayari images in hindi
खन खना खन है ख्यालों में..!
जरुर आज उसने कंगन पहने होंगे…!!
gulzar shayari in hindi on life
khan khana khan hai khayalo me
jaroor aaj usne kangan pehane honge
सुनो जरा रास्ता तो बताना ,मोहब्बत के सफर से वापसी है मेरी
suno jara rasta toh batana, mohabbat ke safar me wapasi hai meri
गुलजार शायरी जिंदगी (gulzar ki shayari in hindi)
कही किसी रोज़ यु भी होता ,हमारी हालत तुम्हारी होती
जो रात हमने गुजारी मरके ,वो रात तुमने गुजारी होती
कुछ अलग करना हो तो भीड़ से हट के चलिए, भीड़ साहस तो देती हैं मगर पहचान छिन लेती हैं |गुलजार की शायरी| Gulzar ki Shayari|
kuch karna hai toh bhid se hat ke chaliye ,bhid sahas toh deti hai magar pehchaan chin leti hai
बहुत अंदर तक जला देती हैं,
वो शिकायते जो बया नहीं होती
shayari by gulzar in hindi font
bahut andar tak jala deti hain,
wo shikayatei jo bayan nahi hoti
gulzar sahab ki shayari in hindi
gulzar shayari on love in hindi
ऐ इश्क़.. दिल की बात कहूँ तो बुरा तो नहीं मानोगे,
बड़ी रहत के दिन थे तेरी पहचान से पहले
gulzar poetry on life in hindi
मेरे दिल में एक धड़कन तेरी हैं,
उस धड़कन की कसम तू ज़िन्दगी मेरी है,
मेरी तो हर सांस में एक सांस तेरी हैं,
जो कभी सांस जो रुक जाए तो मौत मेरी हैं
mere dil me ek dhadkan teri hai
us dhakan ki kasam tu jindagi meri hai
meri toh har saans me ek saans teri hai
jo kabhi saans ruj jaaye wo maut meri hai
gulzar motivation shayari
एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद
दूसरा सपना देखने के हौसले का नाम जिंदगी हैं
ek sapne ke tutkar chaknachur ho jaane ke baad
dusra sapna dekhne ke hausle ka naam jindagi hai
poetry on love in hindi by gulzar
होंठ झुके जब होंठों पर, साँस उलझी हो साँसों में…दो जुड़वा होंठों की, बात कहो आँखों से.!!
gulzar sahab poetry in hindi
कैसे एक लफ्ज़ में बयां कर दूँ..!
दिल को किस बात ने उदास किया ..
कौन कहता हैं की हम झूठ नहीं बोलते एक बार खैरियत तो पूछ के देखियें
वो मेरे स्कूल के आखिरी इतवार सी थी
आई भी एक रोज, फिर कभी ना आने को
गुलजार शायरी हिन्दी (gulzar 2 line shayari)
पहली दफा इश्क़ पे ऐतबार हुआ
मैंने पलके क्या झुकाई, हर दिन बस इतवार हुआ
तुझसे इश्क़ बचपन के इतवार सा हो गया है
पीछे छूट गया है पर दिल से नहीं छूट रहा है
जिसको दिन-रात देखते थे हम
उसने एक बार भी नहीं देखा
इश्क़ इतने जतन से करते रहे
हमने इतवार भी नहीं देखा
रोज़ ही कुछ न कुछ सीखा जाती है ये हमें
ज़िन्दगी के मदरसे में कोई इतवार नहीं होता
आइना देख के तसल्ली हुई ,हमको इस घर में जानता है कोई
चाँद रातों के ख्वाब
उम्र भर की नींद मांगते हैं
romantic poetry in hindi by gulzar
इस दिल का कहा मनो एक काम कर दो
एक बे-नाम सी मोहब्बत मेरे नाम करदो
मेरी ज़ात पर फ़क़त इतना अहसान कर दो
किसी दिन सुबह को मिलो, और शाम कर दो.
gulzar poetry in hindi font
*कभी वक्त निकाल के, हमसे बातें करके देखना…*
*हम भी बहुत जल्दी, बातों मे आ जाते है*
दर्द सबसे ज्यादा हमें तब होता है ऐ जिंदगी,
जब हम अपना दर्द किसी को बता नहीं पाते !!
हँदी वाले हाथों के कन्धों से
दुपट्टा सरकना,
आफतें क्या क्या
शायर बनना बहुत आसान है…
बस एक अधूरी मोहब्बत की मुकम्मल डिग्री चाहिए.
कोई पुछ रहा हे मुजसे मेरी जीन्दगी की कीमंत…. मुझे याद आ रहा है तेरा हल्के से मुस्कुराना
poetry of gulzar in hindi
कोई पूछ रहा हे मुझसे मेरी जिंदगी की कीमत…
मुझे याद आ रहा हैं तेरे हल्के से मुस्कुराना
gulzar dard shayari
मेरी खामोशी मे सन्नाटा भी है शोर भी है,
तुने देखा ही नहीं…
आखों में कुछ ओर भी है
gulzar sad poetry in hindi
ख्वाहिशें कुछ कुछ यु भी अधूरी रही
पहले उम्र नहीं थी अब उम्र नहीं रही
gulzar shayari on love
मिलता तो बहुत कुछ है जिंदगी में ,बस हम गिनती उसी की करते है जो हासिल न हो सका |
कुछ रिश्तो में मुनाफा नहीं होता
जिंदगी को अमिर बना देते है |
जब भी ये दिल उदास होता है
जाने कौन आस-पास होता है
कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़
किसी की आंख में हम को भी इंतिज़ार दिखे
गुलजार शायरी दोस्ती (gulzar dil se shayari)
ख़ुशबू जैसे लोग मिले अफ़्साने में
एक पुराना ख़त खोला अनजाने में
हम ने अक्सर तुम्हारी राहों में
रुक कर अपना ही इंतिज़ार किया
जिस की आंखों में कटी थीं सदियां
उस ने सदियों की जुदाई दी है
फिर वहीं लौट के जाना होगा
यार ने कैसी रिहाई दी है
सहमा सहमा डरा सा रहता है
जाने क्यूं जी भरा सा रहता है
मैं चुप कराता हूं हर शब उमड़ती बारिश को
मगर ये रोज़ गई बात छेड़ देती है
shayari by gulzar on love
साथ-साथ घूमते हैं में और वो अक्सर,
लोग मुझे आवारा और उसे चाँद कहते हैं!
उनकी यादों से ही खुद को इतना गुलज़ार रखता हूँ,
की तनहाइयाँ दम तौड़ देती है मेरी चौखट पर आकर!
ऐसा तो कभी हुआ नहीं,
गेल भी लगे और छुआ भी नहीं!
इतने लोगों में कह दो अपनी आँखों से,
इतना ऊँचा न ऐसे बोला करे, लोग मेरा नाम जान जाते हैं!
हाथ छुटे तो भी रिश्ते नहीं छोड़ा करते,
वक़्त की शाख से रिश्ते नहीं तोड़ा करते!
रात को भू कुरेद कर देखो,
अभी जलता हो कोई पल शायद!
love shayari by gulzar
अपने साए से चौक जाते हैं हम,
उम्र गुजरी है इस कदर तनहा!
ज़िन्दगी यूँ हुई बरस तन्हा,
काफिला साथ और सफ़र तन्हा!
जिसकी आँखों में कटी थी सदियाँ,
उसी ने सदियों की जुदाई दी है!
वो चीज़ जिसे दिल कहते हैं, हम भूल गए हैं रख के कहीं…
gulzar romantic shayari
आप के बाद हर घड़ी हमने
आप के साथ ही गुज़ारी है
gulzar shayari on love in hindi
दर्द की अपनी भी एक अदा है ,वह भी सहने वालो पे फ़िदा है |
मां ने जिस चांद सी दुल्हन की दुआ दी थी मुझे
आज की रात वह फ़ु टपाथ से देखा मैंने
रात भर रोटी नज़र आया है वो चांद मुझे
love shayari by gulzar
ज़मीं भी उसकी ,ज़मी की नेमते उसकी
ये सब उसी का है,घर भी,ये घर के बंदे भी
खुदा से कहिये ,कभी वो भी अपने घर आयें
.सारा दिन बैठा मैं ,हाथ में लेकर खाली हाथ कासा
रात जो गुजरी ,चाँद की कौड़ी डाल गयी उसमे
सूदखो़र सूरज कल मुझसे ये भी लेजायेगा।
gulzar shayari on eyes
जिसकी आँखों में कटी थी सदियाँ,
उसी ने सदियों की जुदाई दी है!!
महफ़िल में गले मिलकर वह धीरे से कह गए,
यह दुनिया की रस्म है, इसे मुहोब्बत मत समझ लेना!!
mehfil me gale milkar wah dhire se keh gaye
yah duniya ki rashm hai,ise muhabbat mat samjh lena
motivational shayari by gulzar
कभी कभी बाजा़र में यूँ भी हो जाता है
कीमत ठीक थी,जेब म.इतने दाम नहीं थे में
ऐसे ही एक बार मै तुमको हार आया
बदल जाओ वक़्त के साथ या वक़्त बदलना सीखो,
मजबूरियों को मतं कोसो, हर हाल में चलना सीखो!
अब शाम नहीं होती, दिन ढल रहा है…
शायद वक़्त सिमट रहा है!!
gulzar inspiring shayari in hindi
वक़्त भी हार जाते हैं कई बार ज़ज्बातों से,
कितना भी लिखो, कुछ न कुछ बाकि रह जाता है!!
एक पुराना ख़त खोला जब अनजाने में,
खुशु जैसे लोग मिले अफसाने में!!
ek purana khat khola jab anjaane me
khushi jaise log mile afsaane me