चुनाव पर शायरी | Election shayari in hindi

चुनावी मौसम में राजनीतिक पार्टियां जनता को लुभाने के लिए कई वादे करती हैं लेकिन सत्ता में आने पर वादे सिर्फ वादे रह जाते हैं. कस्मे थी ख़त्म हुईं. बातें हैं बातो का क्या के तर्ज़ पे नेता निकल लेते हैं. । शायरों ने वादों पर कलाम लिखे हैं जो राजनीतिक पार्टियों पर अक्सर सटीक … Read more