निदा फ़ाज़ली शायरी | Nida Fazli Shayari in hindi

Nida Fazli Shayari अब किसी से भी शिकायत न रहीजाने किस किस से गिला था पहले हर घड़ी ख़ुद से उलझना है मुक़द्दर मेरामैं ही कश्ती हूँ मुझी में है समुंदर मेरा उस को रुख़्सत तो किया था मुझे मालूम न थासारा घर ले गया घर छोड़ के जाने वाला बे-नाम सा ये दर्द ठहर … Read more